भारी मात्रा में जब कारोबार आगे बढ़ रहा था तब मुंबई पुलिस की नज़र में आ गये और मुंबई के कई ठिकाने पर छापेमारी हुई जिसके कारण सटोरियों को काफी नुकसान हुआ और अपना ठिकाना दूसरी जगह बदलना पड़ा. सट्टा कंपनियां अपने ग्राहकों को जानकारी को गोपनीय रखती हैं। ऐसे https://sattaking48371.blognody.com/31147308/5-essential-elements-for-satta-king